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जिला प्रशासन पर कांग्रेसियों ने लगाया उपेक्षा का आरोप, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन… अपनी ही सरकार में उपेक्षा से कांग्रेसियों में असंतोष, दोषियों पर कार्यवाही की मांग की…

जिला प्रशासन पर कांग्रेसियों ने लगाया उपेक्षा का आरोप, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन…

अपनी ही सरकार में उपेक्षा से कांग्रेसियों में असंतोष, दोषियों पर कार्यवाही की मांग की…

कमलेश शर्मा, संपादक

बैकुंठपुर- मनेंद्रगढ/ छत्तीसगढ़ में 15 साल के वनवास के बाद कांग्रेस की सरकार है। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद कांग्रेसी उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा शासकीय कार्यक्रमों में कांग्रेस के पदाधिकारियों को बुलाना तक उचित नहीं समझा रहा हैं। जिससे एमसीबी जिले के कांग्रेसियों में असंतोष व्याप्त है। नवगठित एमसीबी जिले में जिला प्रशासन के हिटलर शाही रवैए से नाराज कांग्रेसी अब विरोध प्रदर्शन पर उतारू हो गए हैं। सोसल मीडिया पर भी उनका दर्द झलक रहा हैं  तुम्हीं ने दर्द दिया तुम्ही दवा देना की तर्ज पर कांग्रेस एवं अनुषांगिक संगठन/प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षोँ एवं पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने एमसीबी कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा से मुलाकात कर जिला प्रशासन द्वारा शासकीय कार्यक्रम में किए जा रहे हो उपेक्षा के संबंध में ज्ञापन सौंपा है। विदित हो कि गत 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन कांग्रेस संगठन के प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सहित प्रमुख पदाधिकारियों को जिला प्रशासन द्वारा आमंत्रण नहीं दिया गया था। आमंत्रण ना मिलने से नाराज कांग्रेस के पदाधिकारियो ने सामूहिक रूप से कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।

कलेक्टर मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेखित है कि जिले में शासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस संगठन के लोगों की उपेक्षा की जा रही है। वर्षों के संघर्ष के बाद मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर अलग होकर एक नए जिले के रूप में विकसित हुआ है। जिससे इस जिले के सभी लोगों के मन में भारी उत्साह और उमंग है। कांग्रेस सरकार ने इसे जिले के रूप में गठित किया। इस जिले के दोनों ही विधानसभा सीटों में कांग्रेस पार्टी के विधायक है। साथ ही राज्य में कांग्रेस की सरकार है। उसके बावजूद जिले के अंदर आयोजित होने वाले शासकीय कार्यक्रमों में कांग्रेस के संगठन से जुड़े लोगों को एवम सांसद प्रतिनिधियों को आमंत्रित ना करना यह दर्शाता है कि प्रशासनिक अधिकारी, कांग्रेस संगठन के लोगों, सांसद प्रतिनिधियों की उपेक्षा कर रहे हैं। जिससे संगठन के लोग काफी निराश हैं। इसका एक जीवंत उदाहरण है कुछ दिनों पूर्व आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में संगठन के किसी भी व्यक्ति को आमंत्रण पत्र नहीं दिया गया,l। यहां तक कि संगठन के जिला आदिवासी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तक को आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। यह अत्यंत दुर्भाग्य का विषय है। अतः महोदय से निवेदन है कि विश्व आदिवासी दिवस के दिन संगठन से जुड़े किसी भी व्यक्ति को ना आमंत्रित किए जाने के संबंध में नगर निगम / नगर पालिका / जनपद पंचायत के जो भी संबंधित अधिकारी कर्मचारी दोषी हैं। उनपर कार्यवाही की जाए साथ ही इस तरीके की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसको भी सुनिश्चित किया जाए। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर कमरो, पूर्व पीसीसी सदस्य अशोक श्रीवास्तव, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राजकुमार केशरवानी, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश शर्मा, युकां जिलाध्यक्ष हाफिज मेमम, कांग्रेस जिला प्रवक्ता सौरभ मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि द्वय राजकुमार जैन, सुरेंद्र पाल माखीजा, कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष राणा दास, व्यापार प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अमित पोद्दार, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष वीरु खान, महिला सेवादल प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष समीना खातून, एनएसयूआई प्रदेश महासचिव स्वनिल सिंह, प्रदेश सचिव सोहैल सिद्धिकी, जिलाध्यक्ष ग्रामीण दिव्यम पांडेय, जिलाध्यक्ष शहरी कासिम अंसारी सहित अन्य प्रमुख कांग्रेसी उपस्थित थे।

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