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वेतन आहरण के बावजूद बोड़ार में पदस्थ डॉक्टर 6 वर्षों से गायब… खोजने हेतु जिपं उपाध्यक्ष व ग्रामीणों ने पटना पुलिस को सौंपा ज्ञापन…

वेतन आहरण के बावजूद बोड़ार में पदस्थ डॉक्टर 6 वर्षों से गायब…

खोजने हेतु जिपं उपाध्यक्ष व ग्रामीणों ने पटना पुलिस को सौंपा ज्ञापन…

कमलेश शर्मा, द-डॉन-न्यूज़

बैकुंठपुर/ कोरिया जिले में वेतन आहरण के बावजूद गत 6 वर्षों से ड्यूटी से गायब रहने वाले एक एमबीबीएस डॉक्टर का मामला सामने आया है। जो कि नाममात्र के लिये जिले के बोड़ार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ हैं। जिसकी शिकायत लेकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व जिला पंचायत कोरिया के उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी के नेतृत्व में जनपद सदस्य कमल कांत साहू, विजय सिंह, सागर शर्मा, सुजीत सोनी सहित अन्य लोगों ने स्थानीय थाना पटना पहुंच उक्त डॉक्टर के गुम होने की सुचना देते हुये जल्द ढूंढने हेतु थाना प्रभारी पटना को ज्ञापन दिया। वहीं विभागीय सूत्रों का कहना हैं कि सम्बंधित डॉक्टर अनुमति लेकर मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में कार्यरत हैं।

पटना पुुुलिस को सौपे गये ज्ञापन में उल्लेखित है कि एमबीबीएस डॉ मनोज सिंह की पदस्थापना दिनांक 1/07/2011 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बोड़ार में की गई थी। लेकिन वे 2015 से आज दिनांक तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बोड़ार में अपनी सेवाएं ग्रामवासियों को नही दे रहे हैं, जबकी उनका वेतन हर महीने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ार से आहरित हो रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ार में वर्ष 2015 से आज दिनांक तक कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर नही बैठ रहे हैं। जिससे ग्राम बोड़ार, कसरा, कुडेली, सरभोका, शिवपुर, पसला, कदमनारा, झरना पारा, जयपुर, गोल्हा घाट, रघुवीर नगर क्षेत्र के समस्त गांव जहां की जनसंख्या करीब 30 हजार से भी अधिक है। इन क्षेत्रों की जनता को इलाज के लिए लंबी दूरी तय कर जिला चिकित्सालय जाना पड़ रहा है। वही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम वाले चिकित्सकों से मजबूरन लगवाई जा रही है। अंत मे शिकायतकर्ताओं ने निवेदन किया हैं कि गुमशुदा डॉ मनोज सिंह की तलाश कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बोड़ार में सेवाएं देने भेजे। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान बड़ी संख्या में क्षेत्रीय ग्रामीणजन उपस्थित थे।

विभागीय अनुमति से मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में हैं कार्यरत…

इस सम्बंध में जानकारी लेने हेतु जब ज़िले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामेश्वर शर्मा को कॉल किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नही किया। वहीं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि डॉ मनोज सिंह 2015 से विभागीय अनुमति लेकर मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में सीनियर रेसिडेंट के रूप में कार्यरत हैं। जिनका वेतनपत्रक प्रतिमाह वहीं से बनकर आता है। जिसके बाद उनके वेतन का आहरण होता है।

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