Uncategorizedकोरियाछत्तीसगढ़

गुना की तर्ज़ पर कोरिया में प्रशासन ने आदिवासी बुजुर्ग दम्पत्ति का अतिक्रमण हटाया… जेसीबी चलवा कर तोड़ा कच्चा मकान, दम्पत्ति पेड़ के नीचे रहने को मजबूर…

गुना की तर्ज़ पर कोरिया में प्रशासन ने आदिवासी बुजुर्ग दम्पत्ति का अतिक्रमण हटाया…
जेसीबी चलवा कर तोड़ा कच्चा मकान, दम्पत्ति पेड़ के नीचे रहने को मजबूर…

कमलेश शर्मा-कोरिया

मध्यप्रदेश के गुना जिले की तर्ज पर छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में बारिश के बीच एक आदिवासी बुजुर्ग ग्रामीण दम्पति का मकान जेसीबी से ढहा दिया गया। प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई अतिक्रमण हटाने के नाम पर की गई है। मकान ढ़हने के बाद बुजुर्ग दम्पत्ति खुले आसमान में पेड़ के नीचे रहने व खाना बनाने के लिए मजबूर है। प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज लोगों का कहना है कि एक ओर प्रदेश की कांग्रेस सरकार आदिवासियों की हितैषी होने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर मनेंद्रगढ़ में प्रशासन ने बगैर नोटिस दिए भरी बरसात में गरीब आदिवासी बुजुर्ग ग्रामीण का घर जेसीबी चलवा कर ढहा दिया। यह मामला कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत चैनपुर का है।

जानकारी के अनुसार आईटीआई भवन के समीप ग्राम चैनपुर में शिवलाल सिंह गोंड़ सड़क किनारे विगत 20 सालों से शासकीय भूमि पर कच्चा मकान बनाकर अपनी पत्नी के साथ रह रहा था। उक्त अतिक्रमण हटाने के लिए कर प्रशासन द्वारा पूर्व में उसे नोटिस दिया गया था। जिसके बाद ग्रामीण शिवलाल गोंड़ मदद मांगने के लिए क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरों के पास पहुंचा था। जिस पर विधायक ने उसे सांत्वना देते हुए प्रशासनिक अधिकारियों से बात किए जाने की दिलासा दी थी। किंतु इसी बीच अचानक 16 जुलाई गुरुवार को राजस्व अधिकारियों का अमला मौके पर पहुंचा। जहां उसने जेसीबी की सहायता से कच्चे मकान को ढहा दिया। प्रशासनिक अमले के द्वारा मकान तोड़े जाने के बाद बुजुर्ग दंपत्ति खुले आसमान के नीचे पेड़ के सहारे जीवन यापन करने को मजबूर है।

घटना की जानकारी सोशल मीडिया से मिलने पर जनपद पंचायत मनगढ़ के अध्यक्ष डॉ विनय शंकर सिंह ने ग्राम चैनपुर पहुंचकर बुजुर्ग दंपत्ति से मुलाकात की। उस दौरान वे पेड़ के नीचे अंधेरे में रात्रि का भोजन तैयार कर रहे थे। जनपद अध्यक्ष ने मौके पर ग्राम पंचायत के सरपंच को बुलाया तथा ग्रामीण के रहने व खाने की व्यवस्था किए जाने की बात कही। वही बुजुर्ग दंपत्ति ने बताया कि प्रशासन द्वारा बिना कोई नोटिस दिए आज अचानक जेसीबी से उसका मकान ढहा दिया गया। जिसके चलते वह आज बेघर व बेसहारा हो गया है। गांव में उसके दो पुत्र निवासरत है किंतु वे उसे अपने साथ नहीं रखना चाहते। उन्हें अपने जीवन यापन के लिए शासन प्रशासन से सहयोग की उम्मीद थी। किंतु प्रशासन ने सहयोग के बजाय उसके कच्चे मकान को ही ढा दिया ऐसी स्थिति में वे अब कहां जाएं..??

वहीं मामले में क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो का कहना है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है किसी के साथ अन्याय नही होने दिया जायेगा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से जांच व रिपोर्ट मांगी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button