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चरचा आरओ के स्क्रैप यार्ड में लगी भीषण आग, लाख़ों का सामान ख़ाक… फ़ायर बिग्रेड के साथ पहुंची एसईसीएल व होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने आग पर पाया काबू…

चरचा आरओ के स्क्रैप यार्ड में लगी भीषण आग, लाख़ों का सामान ख़ाक…

फ़ायर बिग्रेड के साथ पहुंची एसईसीएल व होमगार्ड की रेस्क्यू टीम ने आग पर पाया काबू…

कमलेश-शर्मा-द-डॉन-न्यूज़

बैकुंठपुर/ एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के चरचा आरओ में रविवार की सुबह सब एरिया ऑफिस के सामने स्थित स्क्रेप यार्ड में जबरदस्त आग लग गई। इसके चलते क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल व्याप्त रहा। आग लगने की सूचना मिलते ही चरचा आरओ के सहक्षेत्र प्रबंधक के. मेरे व वी .श्रीनिवास चीफ मैनेजर माइनिंग तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय स्तर पर आग बुझाने का प्रयास करने लगे। उनके साथ प्रबंधन के अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गये थे। आग की भयावहता को देख प्रबंधन ने तत्काल खान बचाओ केंद्र बैकुंठपुर को कॉल कर दमकल वाहन भेजने को कहा। साथ ही इसकी सूचना होमगार्ड कार्यालय को भी दी। सूचना मिलते ही खान बचाव केंद्र बैकुंठपुर से तथा होमगार्ड कार्यालय से रेस्क्यू टीम दमकल वाहन के साथ पहुंच गयी थी। दमकल कर्मियों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। जिसके बाद प्रबंधन ने राहत की सांस ली। इसके पूर्व प्रबंधन द्वारा सबसे पहले नगर पालिका परिषद शिवपुर-चरचा को आगजनी की घटना की सूचना देते हुए दमकल वाहन भेजने का आग्रह किया गया, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि नगर पालिका का दमकल वाहन मरम्मत व रखरखाव के अभाव में खराब पड़ा हुआ है।

उल्लेखनीय है कि सह क्षेत्र प्रबंधक चरचा कार्यालय के सामने काफी दिनों से बड़ी मात्रा में कालरी का स्क्रैप रखा हुआ है। इस स्क्रैप यार्ड में सैकड़ों मीटर लंबे बेल्ट व लाखों की कीमत के महंगे प्लास्टिक पाइप भी शामिल हैं। प्लास्टिक की वजह से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। फ़ायर बिग्रेड के आते तक आग धू-धू कर जलती रही और आसपास फैल गई। कालरी में उपयोग होने वाले बेल्ट में रबड़ की मात्रा काफी अधिक रहती है। रबर व प्लास्टिक के जलने की वजह से काले धुएं का गुबार पूरे आसमान पर छा गया व आग की लपटें भी काफी ऊंचाई तक पहुंच गई जो काफी दूर से ही नजर आ रही थीं। आग लगने की खबर से काफी संख्या में आसपास के लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए।

घटनास्थल पर आग बुझाने हेतु सबसे पहले एसईसीएल का विभागीय अग्निशमन वाहन पहुंचा। जिसके द्वारा सिर्फ पानी का छिड़काव किया गया किंतु आग बुझाने में सफल नही हुआ। उसके कुछ ही अंतराल में नगर सेना की दो अग्निशमन वाहन पहुंचे और तत्काल आग बुझाने का कार्य युद्ध स्तर पर प्रारंभ किया गया। नगर सेना के जवानों ने कई डब्बे फोम का छिड़काव पानी के साथ किया। जिससे आग तो बुझी लेकिन रुक रुक कर फिर धधकती रही जिसमें लगातार हजारों लीटर पानी का छिड़काव कर आग पर नियंत्रण पाया गया। सूत्रों के अनुसार स्क्रैप यार्ड मैं कोई फेंसिंग नहीं थी। वहां पर काफी संख्या में महुआ के पेड़ है। वर्तमान में महुआ का सीजन चल रहा है। ऐसी स्थिति में यह संभावना है कि महुआ बीनने वालों ने संभवत ठंड से बचने या पेड़ के नीचे कचरा साफ कर उसमें आग लगाई हो। और वह आग धीरे-धीरे बढ़ गई।
गौरतलब है कि जिस जगह पर आग लगी उस से मात्र 20 मीटर की दूरी पर सुरक्षा विभाग का कार्यालय व व उसी परिसर में कालरी की सुरक्षा में लगे सीआईएसफ का कैंप है। इस कैंप के द्वार पर संत्री की ड्यूटी निरंतर लगी रहती है। सुरक्षा विभाग व सीआईएसफ दोनों के प्रति पूरे कालरी की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। इतने समीप होने के बावजूद इन दोनों ही जिम्मेदार विभागों के द्वारा पहल नहीं की गई। यदि दोनों ही विभाग अपनी जिम्मेदारी से काम करते तो इतनी भीषण स्थिति नहीं होती। बहरहाल आग बुझने के बाद एसईसीएल प्रबंधन ने राहत की सांस ली है। आगजनी की घटना के बारे में पूछे जाने पर चर्चा आरओ के प्रबंधन का कहना है कि फिलहाल अभी हमारा पूरा ध्यान आग बुझाने में लगा हुआ है। आग किस कारण से लगी उसकी जांच की जाएगी।

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