भरतपुर में ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, जिला पंचायत व अन्य जिला स्तरीय कार्यालयों की मांग…
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन, मांगे पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी..
कमलेश शर्मा, संपादक
जनकपुर (एमएसबी)/ जिला पंचायत व अन्य जिला स्तरीय कार्यालय की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को प्रदर्शन व चक्का जाम किया। ग्रामीण जिला पंचायत कार्यालय सहित आरटीओ व जिला रोजगार कार्यालय भरतपुर में बनाये जाने की मांग कर रहे हैं। शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए उन्होंने भरतपुर के अटल चौक मे चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया। साथ ही भरतपुर के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि सीएम भूपेश के आगामी 8 सितंबर को प्रस्तावित दौरा कार्यक्रम में जिला पंचायत के साथ आरटीओ और रोजगार कार्यालय खोलने की घोषणा हो। यदि ऐसा नहीं हुआ तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।
विदित हो कि कोरिया जिले का विभाजन कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नए जिला एमसीबी का निर्माण किया। जिसके बाद मनेंद्रगढ़ में जिला कलेक्टर कार्यालय और चिरमिरी में जिला अस्पताल की घोषणा की गई। लेकिन अभी तक भरतपुर को कुछ भी हासिल नही हुआ होने के बाद जनकपुर, भरतपुर के ग्रामीणों ने चक्काजाम किया। उनकी मांग है कि यहां जिला पंचायत कार्यालय के साथ आरटीओ और रोजगार कार्यालय खोला जाए। लोगो का कहना है कि मनेन्द्रगढ़ से 110 किमी दूर जनकपुर और कोटाडोल जैसे दूरस्थ क्षेत्रो में जिला स्तर के एक भी कार्यालय नही दिए गए हैं। जिससे जनकपुर के लोग खुद को छला महसूस कर रहे है। नाराज भरतपुर वासी आज जनकपुर में चक्काजाम कर दिया, जहां काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। साथ ही उन्होंने भूपेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थानीय लोगों का कहना है कि जनकपुर और कोटाडोल के लोगो को अब जिला अस्पताल के लिए चिरमिरी तक का सफर करना होगा। नवीन एमसीबी जिला गठन को अब एक वर्ष पूरे होने को है। गत 9 सितंबर 2022 को जिले की आधारशिला रखी गई थी। एक साल होने को है, चुनाव सिर पर है ऐसे में अब लोग अपनी नाराजगी लेकर सामने आने लगे है। क्षेत्र में श्रीराम वन गमन पथ को लेकर मुख्यमंत्री का दौरा होना है। जिसमे वो जनकपुर को नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा कर सकते है। इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया जा रहा है। इसके अलावा वे अन्य जिलास्तरीय कार्यालय देने की घोषणा भी कर सकते है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों का कहना है कि यहां जिला पंचायत कार्यालय के साथ आरटीओ और रोजगार कार्यालय खोला जाए। ऐसा नहीं होने पर एमसीबी जिले से भरतपुर का नाम विलोपित कर दिया जाए। जिससे कि एमसीबी से अलग नवीन जिले की मांग वे कर सकें।
Kamlesh Sharma is a well-known Journalist, Editor @http://thedonnews.com/ Cont.No.- 8871123800, Email – Ks68709@gmail.com