सड़क हादसे में घायल की मौत, अस्पताल व सिटी कोतवाली में देर रात तक हंगामा…
इलाज में लापरवाही का आरोप, भीड़ ने सीएमएचओ से की हाथापाई, सस्पेंड!!
कमलेश शर्मा,संपादक
बैकुंठपुर–मनेंद्रगढ़/ सड़क दुर्घटना में घायल एक युवक की मौत के बाद शुक्रवार की देर रात मनेंद्रगढ़ में जमकर बवाल हुआ। मृतक के परिजन ने अपने सैकड़ो साथियों के साथ पहले अस्पताल में उसके बाद फिर कोतवाली पहुंचकर हंगामा किया। परिजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान उत्तेजित भीड़ ने सीएमएचओ डा सुरेश तिवारी को मारने के लिए दौड़ाया। वे किसी तरह अस्पताल के बाजू में स्थित सिटी कोतवाली में पहुंचे तथा अपनी जान बचाई। पूरे घटना क्रम की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने डाक्टर को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी निमेष बरैया, प्रभारी अपर कलेक्टर अभिलाषा पैकरा एवं खड़गवां एसडीएम विजेंद्र सारथी पुलिस बल के साथ थाना परिसर में पहुंच गए थे। स्थिति को देखते सिटी कोतवाली का चैनल गेट बंद कर दिया गया। इधर मृतक के परिजन सीएमएचओ डॉ सुरेश तिवारी के इस्तीफे की मांग और उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग को लेकर देर रात तक थाना के सामने जमा रहे। डाक्टर की सिफारिश के लिए कुछ भूमाफिया और रसूखदार भी थाने पहुंच गए थे। मिली जानकारी के अनुसार मनेन्द्रगढ़ शहर के मौहार पारा इलाके में रहने वाला नारायण पतवार नामक एक युवक शुक्रवार की दोपहर एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल युवक को लेकर उसके परिजन शाम लगभग 4:00 बजे अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां मौजूद मेडिकल स्टाफ ने उनका प्राथमिक उपचार तो किया लेकिन परिजन बार-बार डॉ सुरेश तिवारी को फोन लगाते रहे और वे एक बार भी मरीज को देखने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे। इसी बीच घायल नारायण पवार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घायल नारायण पतवार की मौत की खबर मिलते ही मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इस बीच हंगामे की खबर सुनकर आनन फानन में अस्पताल पहुंचे सीएमएचओ डॉ सुरेश तिवारी को देखकर मरीज के परिजन उन्हें मारने के लिए दौड़ाने लगे। तब किसी तरह भाग कर डा.तिवारी सिटी कोतवाली पहुंचे और अपनी जान बचाई। डॉ सुरेश तिवारी की कोतवाली पहुंचते ही भारी संख्या में मरीज के परिजनों के साथ आसपास के लोग भी कोतवाली में जमा होने लगे। और सभी डॉ सुरेश तिवारी के इस्तीफे की मांग करते हुए विधिक कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाने लगे। इधर मरीज के परिजन थाने में हंगामा मचा रहे थे, वहीं दूसरी ओर जब इस बात की खबर अस्पताल के स्टाफ को लगी तो पूरा स्टाफ अस्पताल छोड़कर बाहर भाग गया। जिसके चलते अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे। देर रात तक मृतक के परिजन कोतवाली में जमा रहे। मृतक के परिजन इस दौरान काफी आक्रोशित दिखाई दिए। उनका कहना था कि डॉ सुरेश तिवारी का पूरा ध्यान उनके अपने निजी अस्पताल में रहता है। यही वजह है कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार नहीं मिल पाता। फिलहाल हंगामा अभी थमा नहीं है, क्योंकि मृतक के परिजनों ने साफ कहा कि जब तक इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं होगी वह मृतक के शव को अस्पताल से लेकर नहीं जाएंगे और ना ही उसका अंतिम संस्कार करेंगे।
Kamlesh Sharma is a well-known Journalist, Editor @http://thedonnews.com/ Cont.No.- 8871123800, Email – Ks68709@gmail.com