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कलेक्टर विनय लंगेह की पहल से दुबारा प्रारंभ हुआ चरचा का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र… स्थानीय लोगों को मिलने लगी स्वास्थ्य सुविधाएं, कलेक्टर का जताया आभार…

कलेक्टर विनय लंगेह की पहल से दुबारा प्रारंभ हुआ चरचा का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र…

स्थानीय लोगों को मिलने लगी स्वास्थ्य सुविधाएं, कलेक्टर का जताया आभार…

कमलेश शर्मा, संपादक

बैकुंठपुर/ कलेक्टर कोरिया विनय लंगेह की पहल से चरचा कालरी का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 06 जून से पुनः प्रारंभ हो गया है। जिससे स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगी हैं। राज्य शासन द्वारा कर्मचारियों का सलंगनीकरण समाप्त किए जाने के बाद से यह स्वास्थ्य केंद्र बंद हो गया था। दुबारा स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल होने पर स्थानीय लोगों ने कलेक्टर का आभार जताया है। इस शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खंड चिकित्सा अधिकारी पटना जिला कोरिया के द्वारा आदेश जारी कर अस्थाई रूप से चिकित्सक व स्टाफ नर्स की नियुक्ति कर स्वास्थ्य सेवा को बहाल कर दिया गया। जिसके फलस्वरूप नगर पालिका शिवपुर चरचा क्षेत्र के नागरिकों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा सेंगर के निर्देश पर खंड चिकित्सा अधिकारी डा बलवंत सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटना के द्वारा आदेशित पत्र में उल्लेखित किया गया है कि शहरी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर शिवपुर चरचा के संचालन हेतु अधिकारी कर्मचारियों की अस्थाई ड्यूटी रोस्टर माह जून 2023 से आगामी आदेश तक रहेगी। उक्त कर्मचारियों की ड्यूटी अस्थाई रूप से स्वीकृत पदों पर नियुक्ति होने तक के लिए ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें समय समय पर परिवर्तन किया जा सकता है। आदेश में राजेश चौबे, श्रीमती प्रेमलता जायसवाल ग्रामीण चिकित्सा सहायक ,श्रीमती तारा राजवाड़े स्टाफ नर्स, दिनेश लाल वर्मा एमपीडब्ल्यू , श्रीमती सरिता जीवनदीप समिति शिवपुर चरचा चतुर्थ श्रेणी व श्रीमती अनामिका शरण की नियुक्ति की गई है। उल्लेखनीय है कि अविभाजित कोरिया जिले के शिवपुर चरचा व चिरमिरी में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रारंभ किए गए थे। जिसमें से चिरमिरी में संचालित स्वास्थ्य केंद्र में स्थानीय विधायक डा विनय जायसवाल की सक्रियता से  लाइसेंस सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजी औपचारिकताएं व सेटअप का काम पूरा कर लिया गया। किंतु लगभग तीन साल बीतने के बाद भी जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों की अकर्मण्यता से शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चरचा की लाइसेंस संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण नही हो सकी। जिससे अवैध रूप से चल रहे उक्त शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सेटअप के अनुसार अधिकारी कर्मचारियों की पदस्थापना नही हो सकी। संलग्नीकरण के तहत यहां कामचलाऊ व्यवस्था थी। जो की बाद में राज्य शासन द्वारा कर्मचारियों का सलंगनीकरण समाप्त किए जाने के बाद से यह स्वास्थ्य केंद्र बंद हो गया था। जनाक्रोश व लोगों की मांग पर इस स्वास्थ्य केंद्र को जुगाड टेक्नालाजी के तहत प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन कालांतर में ये कब बंद हो जाए इसकी गारंटी कोई नही दे सकता।

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