कोरिया जिले के पहले मिलेट्स कैफे का शुभारंभ आज, स्वाद व सेहत का मिलेगा डबल तड़का…
कलेक्टर विनय लंगेह का प्रयास लाया रंग, प्रदेश का होगा तीसरा मिलेट्स कैफे…
कमलेश शर्मा, संपादक
बैकुंठपुर/ कोरिया जिले के पहले मिलेट्स कैफे का आज बुधवार को शुभारंभ होगा। क्लेक्टर कोरिया विनय लंगेह के अथक प्रयासों से यह प्रारंभ हो रहा है। कलेक्टोरेट परिसर के बाजू में यह “कोरिया मिलेटस कैफे” संचालित होगा। जिससे सेहत और स्वाद का डबल फायदा जिलेवासियों को मिलेगा। इसका संचालन महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जायेगा। जिससे महिला उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा। संभवतः कोरिया प्रवास पर बैकुंठपुर पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत इसका शुभारंभ कर सकते हैं। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट क्रॉप वर्ष घोषित किया है। कोरिया जिले का यह पहला मिलेट्स कैफे कोरिया वासियों के लिए जिला प्रशासन की पहल व सहयोग से शुरू किया गया है। इस मिलेट कैफे की खासियत रागी और कोदो जैसे अनाजों से मिलने वाले लजीज पकवान होंगे। कलेक्टोरेट परिसर के बाजू में शुरू हुए इस कैफे में रागी से बने पास्ता, चीला, इडली, मंचूरियन, पिज्जा, नूडल, पकोड़े, समोसे, दोसा, कोदो से बनी बिरयानी के साथ ही सैंडविच, स्नेक्स, बर्गर का स्वाद लेने का अवसर लोगों को मिलेगा। साथ ही यहां ग्राहकों के लिए वेज एवं नानवेज भोजन की व्यवस्था भी रहेगी।
मोटा अनाज उगाने वाले किसानों व महिला उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा: कलेक्टर विनय लंगेह…
इस संबंध में कलेक्टर कोरिया विनय लंगेह ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पहली बार महिला स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महिला समूहों के लिए मिलेट्स आधारित कैफे की शुरुआत की गयी है। इससे मोटा अनाज उगाने वाले किसानों को भी फायदा होगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ में मिलेट मिशन शुरू किया गया था। समर्थन मूल्य पर किसानों से मोटे अनाज की खरीदी भी राज्य सरकार द्वारा की जा रही है। इसके तहत छत्तीसगढ़ के कई जिलों में मिलेटस कैफे खोले जा रहे हैं। उसी क्रम में अब कोरिया जिले में प्रदेश के तीसरे मिलेटस कैफे की शुरुआत हो रही है। इसके पूर्व रायगढ़ व रायपुर में इसका शुभारंभ हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज यानी मिलेट्स को श्रीअन्न की दी उपाधि…
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट क्रॉप वर्ष घोषित किया है। संयुक्त राष्ट्र की ओर से यह कदम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद उठाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज यानी मिलेट्स को श्रीअन्न की उपाधि दी है। इससे वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेट्स का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
किसे कहते हैं मिलेट क्रॉप..
मोटे अनाज वाली फसलों जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मिलेट क्रॉप कहा जाता है। मिलेट्स को सुपर फूड कहा जाता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्व अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में होते हैं। भारतीय मिलेट्स अनुसंधान संस्थान के अनुसार, रागी यानी फिंगर मिलेट में कैल्शियम की मात्रा अच्छी होती है। प्रति 100 ग्राम फिंगर मिलेट में 364 मिलिग्राम तक कैल्शियम होता है। रागी में आयरन की मात्रा भी गेहूं और चावल से ज्यादा होती है। ये ऐसे अनाज है जिनकी खेती में पानी कम लगता है। पर्यावऱण की दृष्टि से भी मोटे अनाज की पैदावार अच्छी मानी जाती है। माना जाता है कि मोटे अनाज के उत्पादन से भूमि की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। यही करण है कि केंद्र सरकार के बाद वो राज्य सरकारें भी मिलेट्स के उपयोग को बढ़ावा दे रही है।
Kamlesh Sharma is a well-known Journalist, Editor @http://thedonnews.com/ Cont.No.- 8871123800, Email – Ks68709@gmail.com