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चरचा कॉलरी में अखिल भारतीय शेषन स्मृति गोल्ड कप फुटबाल प्रतियोगिता का शुभारम्भ आज… महाजन स्टेडियम में सभी तैयारियां पूरी, जीएम बीएन झा होंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि…

चरचा कॉलरी में अखिल भारतीय शेषन स्मृति गोल्ड कप फुटबाल प्रतियोगिता का शुभारम्भ आज…

महाजन स्टेडियम में सभी तैयारियां पूरी, जीएम बीएन झा होंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि…

कमलेश शर्मा-संपादक

बैकुंठपुर। एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्रान्तर्गत चरचा कॉलरी में 47 वीं अखिल भारतीय शेषन स्मृति गोल्ड कप फुटबाल प्रतियोगिता वर्ष 2022-23 का शुभारम्भ आज मंगलवार से होने जा रहा है। चरचा कॉलरी के महाजन स्टेडियम में शुभारंभ कार्यक्रम आज मंगलवार को दोपहर 02 बजे से बीएन झा मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के मुख्य आतिथ्य में होगा। उक्ताशय की जानकारी आयोजन देते हुए आयोजन समिति के सचिव मो. रियाज़ खान ने बताया कि चरचा कालरी के महाजन स्टेडियम में अखिल भारतीय सेशन स्मृति गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 21.02.2023 से 04.03.2023 तक किया जा रहा है। फुटबॉल समिति इस अवसर पर आप सभी को सादर आमंत्रित करती है। पूर्व के तीन वर्षों में कोविड के चलते यह टूर्नामेंट नही हो पाया था। इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को पुरस्कार 1 लाख रूपये नगद व गोल्ड कप एवं उपविजेता टीम 50 हजार नगद ट्राफी प्रदान की जायेगी। प्रतियोगिता में हैदराबाद आर्मी (तेलंगाना), चेन्नई कस्टम (तमिलनाडु), एस. टी. एफ. सी. श्रीनगर (जम्मू काश्मीर), के.एस. एस.एस. ई. बी., केरल, आर्यक्स फुटबाल क्लब कोलकाता (प.बं.), एल. एन. आई. पी., ग्वालियर (म.प्र.), टी. एफ. ए., देहरादून (उत्तराखंड), यूनाईटेड क्लब, सिवान (बिहार), बिहार एफ. सी. (बिहार), धनबाद एफ. सी. (झारखंड), समलेश्वरी क्लब, सम्बलपुर (उड़िसा ), एल. आई. एफ. एफ. क्लब, बैंगलोर (कर्नाटक), सेन्चुरी, मुम्बई (महाराष्ट्र), आर.एस. कौन। एम. नारायणपुर, बस्तर, डी. एस. विनापानी मेमोरियल, सिलिगुड़ी (प.बं.) सहित स्थानीय व मेजबान न्यू स्पोर्टिंग क्लब, चरचा की टीम शामिल होगी। प्रतियोगिता के संचालन के लिए आयोजन समिति का गठन किया गया है। जिसमें अध्यक्ष पी.के. मंडल सह क्षेत्र प्रबंधक चरचा (आरओ), उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह, सचिव मो. रेयाज, सह सचिव महेश कुमार, बृजलाल, कोषाध्यक्ष विनोद गुप्ता को मनोनीत किया गया है। विदित हो कि चरचा कॉलरी क्षेत्र में फुटबॉल को लेकर एक जुनून की स्थिति रहती है। पुरुषों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं भी मैच देखने के लिए स्टेडियम पहुंचती हैं। इस प्रतियोगिता की तैयारियां काफी दिनों से चल रही थीं। स्थानीय महाजन स्टेडियम की मरम्मत, रँगाई पोताई सहित अन्य कार्यों को पूर्ण किया जा चुका है। फुटबॉल प्रेमी दर्शकों को महाजन स्टेडियम मैं देश के विभिन्न राज्यों की नामी फुटबॉल टीमों का बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा। गौरतलब है कि अखिल भारतीय सेशन स्मृति गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता के 47 वर्षों के आयोजन का इतिहास रहा है। इसके पश्चात कोरोना संक्रमण काल में यह प्रतियोगिता विगत 3 वर्षों से बंद हो गई। किंतु खिलाड़ियों व खेल प्रेमी दर्शकों की भावना का सम्मान करते हुए महाप्रबंधक बैकुंठपुर क्षेत्र व एसईसीएल प्रबंधन चरचा क्षेत्र द्वारा इस वर्ष से आयोजन की शुरुआत की जा रही है। आयोजन हेतु चर्चा के समस्त श्रमिकों के द्वारा अपने 1 दिन के वेतन का सहयोग दिया जाता है। क्षेत्र में यह प्रतियोगिता एक त्यौहार के समान रहती है। इस वजह से कॉलरी प्रबंधन द्वारा व्यापक रूप से स्टेडियम परिसर में इंतजाम किये गए हैं।

कैसे हुई फुटबॉल की शुरुआत…

फुटबॉल शब्द में ही खेल का अर्थ स्पष्ट है, जिसमें लक्ष्य गेंद को पैरों से धक्का देना है, इसलिए इसका नाम फुटबॉल है। इसके इतिहास के बारे में कई तरह के मत भी हैं। फीफा के अनुसार, फुटबॉल चीनी खेल सुजू का विकसित रूप है। इस खेल का विकास इसी राजवंश के दौरान हुआ था। इसके अलावा, यह जापान के असुका वंश के शासन के दौरान खेले जाने वाले खेल ‘केमरी’ का विकसित रूप भी माना जाता है। साल 1409 में यह खेल ब्रिटेन भी पहुंचा। उस समय प्रिंस हेनरी चतुर्थ ने फुटबॉल नाम दिया था। यह खेल ब्रिटेन में इतना लोकप्रिय हुआ कि राजा हेनरी ने 1526 में इस खेल के लिए विशेष जूते भी बनवाए। जिससे खिलाड़ी आसानी से फुटबॉल खेल सकें।  साल 1586 में जॉन डेविस नाम के एक समुद्री कप्तान ने ग्रीनलैंड  में अपने साथियों के साथ एक फुटबॉल मैच खेला था।

प्रतियोगिताओं की शुरुआत 16वीं शताब्दी में हुई…

16वीं शताब्दी के अंत और 17वीं शताब्दी के प्रारंभ में फुटबॉल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। इस बीच दोनों टीमों के बीच मुकाबले शुरू हो गए हैं। इस दौरान में गोल करने के नियम भी बनाए गए। उस वक्त 8 से 12 गोल का मैच हुआ था। 20वीं सदी में फुटबॉल लोकप्रियता के चरम पर पहुंच गया था। इस बार यह बात सामने आई है कि फुटबॉल के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संगठन होना चाहिए। इसके लिए इंग्लिश फुटबॉल एसोसिएशन  के नेतृत्व में फ्रांस, डेनमार्क, स्पेन, नीदरलैंड, स्वीडन, बेल्जियम और स्विट्जरलैंड जैसे यूरोपीय देशों की बैठक भी हुई थी। बाद में, 21 मई 1904 को फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) की स्थापना की गई। इसका मुख्यालय ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में है। इसी संस्था के तहत अब विश्व कप का आयोजन किया जाता है।

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