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चंद घण्टों में नही घटना के छह दिनों बाद हुआ चोरी के मामले का खुलासा… रिपोर्ट नही लिखने के बाद पीड़ित ने खोजा चोरी के माल सहित आरोपियों को…

चंद घण्टों में नही घटना के छह दिनों बाद हुआ चोरी के मामले का खुलासा…

रिपोर्ट नही लिखने के बाद पीड़ित ने खोजा चोरी के माल सहित आरोपियों को…

कमलेश शर्मा-द-डॉन-न्यूज़

बैकुंठपुर/ मेहनत करे मुर्ग़ा, अंडा खाये फ़कीर की तर्ज पर इन दिनों कोरिया पुलिस काम कर रही है। चोरी की घटना के छह दिन बीतने के बाद चंद घण्टों में आरोपियों को पकड़ने की झूठी झूठी वाहवाही लूटी जा रही है। चोरी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे पीड़ित को बिना रिपोर्ट दर्ज किए वापस करने व पीड़ित के द्वारा आरोपियों का सुराग बताने व चोरी का माल पकड़ कर सुपुर्द करने के बाद कोरिया पुलिस बड़े शान से फ़ोटो सेशन करा कर प्रेस रिलीज़ कर रही है। जबकि हकीकत कुछ और ही है। विदित हो कि जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के ग्राम छिंदडाँड़ में जिला न्यायालय के समीप ठेकेदार प्रभात रंजन के द्वारा न्यायिक कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए शासकीय भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। जहां कई दिनों से अज्ञात लोगों के द्वारा निर्माण कार्य में प्रयुक्त निर्माण सामग्री, ड्रम, लोहे के रॉड, पाइप व अन्य सामानों की चोरी कर पार कर दिया जा रहा था। बीते दिनों 21 अगस्त की दर्मियानी रात्रि 8 नग सेंट्रिग प्लेट चोरी हो गयी थी। जिसमें पांच छोटी व तीन प्लाई की बड़ी प्लेट थी। पीड़ित ठेकेदार के अनुसार घटना के दो दिन बाद 23 अगस्त को ठेकेदार चोरी के घटना की रिपोर्ट लिखाने सिटी कोतवाली बैकुंठपुर पहुंचे, जहाँ से घटना स्थल चरचा पुलिस थाने का बता कर उन्हें वहां से चलता कर दिया गया। जिसके बाद वे चरचा थाना पहुंचे। तथा चोरी की घटना की जानकारी देते हुए इसकी रिपोर्ट लिखाने की बात कही, किंतु वहां उपस्थित थाना के स्टाफ़ ने रिपोर्ट नही लिखी और उन्हें वापस भेज दिया। पुलिस के असहयोगात्मक रवैये से दुखी होकर ठेकेदार ने अपने मुंशी व अन्य स्टाफ के साथ मिलकर चोरों के खोजबीन करने का निर्णय लिया। इसी बीच पता चला कि ग्राम आनी के एक घर में चोरी की गई सेंट्रिग प्लेट रखी है। जिसके बाद ठेकेदार अपने स्टाफ के साथ वहाँ गए तो उक्त घर में सेंट्रिग प्लेट रखी हुई थी। जिसकी फ़ोटो लेने के बाद एक बार पुनः उन्होंने चरचा पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद चरचा पुलिस ने हरक़त में आते हुए सेंट्रिग प्लेट की बरामदगी के बाद चार लोगों को पूछताछ के लिये बुलाया। जिसमें से दो आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद दो अन्य लोगों को छोड़ दिया गया। हद तो तब हो गयी जब घटना के छह दिन बाद पीड़ित को चरचा थाना में तलब कर 27 अगस्त को घटना की रिपोर्ट लिखी गई।

फ़ोटो:- पीड़ित द्वारा FIR के पूर्व आरोपी के घर मे रखी सेंट्रिग प्लेट की ली गई तस्वीरें

थाना चरचा के अपराध क्रमांक 118/21 धारा 379 भादवि0 की रिपोर्ट दर्ज की गई, व आनी निवासी बिहारीलाल ऊर्फ बिरजू पनिका पिता भैयालाल पनिका एवं संतलाल पिता बाबुलाल जाति लोहर को गिरफ्तार किया गया है। इसके पश्चात मुखबिर की सूचना पर माल बरामदगी व आरोपियों की गिरफ्तारी बता कर बकायदा फोटो सेशन करा ख़बर की विज्ञप्ति बना कर मिडिया व सोसल मीडिया भी खूब सुर्खियां भी बटोरी गईं। वहीं जिले के पटना थाना क्षेत्रान्तर्गत कटकोना कालरी में एक कालरी के अधिकारी के सुने घर में गत एक पखवाड़े पूर्व हूए लाखों की चोरी के मामले में अभी तक कोरिया पुलिस हवा में हाथपैर मार रही है। कुछ ऐसा ही हाल पटना थाना क्षेत्र में हुई अन्य  चोरी के मामलों का है। उल्लेखनीय है कि मामलों की पेंडिसी, तफ्तीश व क्राइम मीटिंग के दौरान आला अधिकारियों की डांट-डपट से बचने के लिये चोरी की छिटपुट घटनाओं की रिपोर्ट लिखाने से आमतौर पर पुलिस बचती है। तथा पीड़ितों को टरका दिया जाता है। जिससे ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हो जाते हैं। हालांकि जिले में नए पुलिस कप्तान संतोष सिंह के आने बाद कानून व्यवस्था में धीरे धीरे सुधार होता नजर आ रहा है लेकिन कई मामलों में उनके मातहत काम करने वाले स्टाफ़ आधी-अधरी जानकारी देकर उन्हें गुमराह कर देते हैं। जिससे पुलिस की साख पर बट्टा लगता है।

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