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टीआई ने नही लिखी एफआईआर, डीजीपी ने किया सस्पेंड… पुलिसिया लापरवाही पर “समाधान” के व्हाट्सएप नम्बर 9479194900 पर करें शिकायत…

टीआई ने नही लिखी एफआईआर, डीजीपी ने किया सस्पेंड…

पुलिसिया लापरवाही पर “समाधान” के व्हाट्सएप नम्बर 9479194900 पर करें शिकायत…

कमलेश शर्मा-द डॉन-न्यूज़

रायपुर/ छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी द्वारा प्रारंभ किये गए “समाधान” नामक कार्यक्रम का असर प्रदेश में दिखने लगा है। डीजीपी की इस पहल के बाद व्हाट्सएप के माध्यम से पुलिस महकमे से जुड़े लोगों के खिलाफ शिकायतों का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गुरुवार को डीजीपी के व्हाट्सएप नंबर पर कोरबा जिले के पसान थाना प्रभारी की भी शिकायत मिली। शिकायत थी कि दहेज प्रताड़ना से मौत की शिकायत करने के 1 साल बाद भी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। शिकायत पर डीजीपी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए कोरबा के पसान थाना प्रभारी निरीक्षक अभय सिंह बैस को सस्पेंड करने का आदेश दिया।

समाधान कार्यक्रम के तहत कोरबा जिले के पसान थाना अंतर्गत निवासी इमरान खान ने शिकायत की थी कि उसकी बहन की दहेज प्रताड़ना से मौत हुई है, जिसकी शिकायत करने के एक साल बाद भी उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। डीजीपी ने शिकायतकर्ता से वीडियो कॉल कर पूरे मामले को सुना। इसके बाद डीजीपी ने तत्काल कोरबा एसपी को फोन कर मामले की जानकारी ली।

बताया गया कि टीआई अभय सिंह ने पूरे मामले में लापरवाही बरती है और मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को भी नहीं दी। डीजीपी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

विदित हो कि लोगों की शिकायतों पर पारदर्शी तरीके से काम हो सके, इस मकसद से डीजीपी डीएम अवस्थी ने इस “समाधान” कार्यक्रम की शुरूआत की है। वॉट्सअप पर शिकायत लेना इसी का एक हिस्सा है। लोग इसके तहत अपनी शिकायतें वॉट्सअप नंबर 9479194900 पर मैसेज कर सकते हैं। शिकायत भेजते ही उन्हें एक लिंक मिलेगी जिस पर क्लिक करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही शिकायतकर्ता को अपना नाम, पता, मोबाईल नम्बर, थाने में दर्ज अपराध क्रमांक एवं शिकायत लिखनी होगी। इसके बाद पुलिस मुख्यालय में मौजूद समाधान सेल इस पर एक्शन लेगी। इन शिकायतों की मॉनिटरिंग डीजीपी खुद कर रहे हैं। शिकायतों का निराकरण होने पर पीड़ित के मोबाईल पर मैसेज भी भेजा जाता है। जिलों में शिकायतों के निराकरण हेतु नियुक्त नोडल अधिकारी जिम्मेवार होंगे। जानकारी के अनुसार यह प्लेटफार्म सीधे FIR दर्ज करवाने के लिए नहीं है। थानों में अगर FIR नहीं लिखी जा रही, या FIR दर्ज होने के बाद भी आरोपियों पर कार्यवाही नहीं होती है तो इसकी जानकारी लोग व्हाट्सएप पर दे सकते हैं। असामाजिक तत्व या गुंडा बदमाश लोगों को परेशान कर रहा है तो उसकी फोटो या वीडियो इस व्हाट्सएप नंबर पर लोग शेयर कर सकते हैं । इसके अलावा पुलिस के कर्मचारी अगर किसी प्रकार से कोई दुर्व्यवहार या कोई गड़बड़ी करते हैं तो उसकी जानकारी भी व्हाट्सएप नंबर के जरिए भेजी जा सकती है।

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