जंगली भालू के हमले से 4 की मौत, 3 गंभीर रूप से घायल, मृतकों में पति-पत्नी भी शामिल…
क्षेत्रीय विधायक व कलेक्टर एसपी के साथ मौक़े पर पहुंचा वन अमला, रेस्क्यू कार्य देर रात समाप्त…
खूंखार मादा भालू को शूट करने अधिकारियों में नही बनी सहमति, दो शावक भी देखे गए…
विधायक गुलाब कमरो ने शीघ्र मुआवजा व घायलों के बेहतर इलाज के दिये निर्देश…
मुख्य वन सरंक्षक सरगुजा वृत अनुराग श्रीवास्तव देर रात पहुंचे घटनास्थल, विभागीय अमले से ली जानकारी…
कमलेश शर्मा-कोरिया
बैकुण्ठपुर/ कोरिया ज़िले के सोनहत क्षेत्रान्तर्गत ग्राम अंगवाही में जंगली भालूू के हमले का रेस्क्यू कार्य रविवार की रात समाप्त हो गया। वन विभाग व पुलिस की टीम देर रात तक रेस्क्यू कार्य मे जुटी रही। रेस्क्यू कार्य के दौरान मौके से कुल 4 शव बरामद किये गए व पेेेड़ पर चढ़े एक व्यक्ति की जान बचाई गई । वहीं इस घटना में तीन लोग घायल हुए। पूरा रेस्क्यू कार्य सविप्रा उपाध्यक्ष (राज्य मंत्री) विधायक गुलाब कमरो व कलेक्टर कोरिया एसएन राठौर, पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह व डीएफओ कोरिया इमो तुम्से आओ की उपस्थिति में पूरा हुआ । विदित हो कि रविवार की शाम सोनहत क्षेत्र के पंडो बाहुल्य ग्राम अंगवाही में जंगली मादा भालू ने जंगल गए हुए ग्रामीणों पर हमला कर दिया था। इस हमले में एक ग्रामीण दम्पत्ति सहित कुल 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं 3 गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज हेतु जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर में भर्ती कराया गया है, दो अन्य का ईलाज जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो, कलेक्टर कोरिया एसएन राठौर, एसपी चंद्रमोहन सिंह, डीएफओ कोरिया व वन विभाग तथा जिला प्रशासन के अधिकारी देर रात मौके पर पहुंच गए थे। तथा लगातार घटनाक्रम पर नज़र बनाये हुए थे।
रेस्क्यू कार्य के दौरान भालू के डर से पेड़ पर चढ़े एक ग्रामीण को जेसीबी की सहायता से नीचे उतारा गया। जिसने सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी दी। विधायक गुलाब कमरो व अधिकारियों ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों का ढाढ़स बंधाया। स्थानीय लोगो के अनुसार रविवार की दोपहर लगभग 3 बजे गांव के ही ग्रामीण हर्रा बीनने जंगल गए हुए थे। तभी अचानक एक जंगली मादा भालू ने उन पर हमला कर दिया। हमला इतना आक्रामक था कि 4 लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को 108 एम्बुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल रेफर किया गया है जहां उनका इलाज जारी है।
जानकारी के अनुसार मृतकों में राजकुमारी उम्र 42 वर्ष निवासी ग्राम अंगवाही, इन्जोरिया बाई उम्र 60 वर्ष निवासी ग्राम अंगवाही, फूलसाय उम्र 65 वर्ष निवासी ग्राम अंगवाही व शिवबचन उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम पुसला शामिल हैं। इनमें फूलसाय व इन्जोरिया बाई पति-पत्नी हैं। वहीं घायलों में दो महिलाएं सोनमती पति हरिराम उम्र 45 वर्ष व बसंती पति बनवारी उम्र 40 वर्ष दोनों निवासी ग्राम अंगवाही के हैं। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। बताया जा रहा है कि भालू के हमले के बाद काफ़ी देर तक आसपास ही मंडराता रहा। मौक़े पर ग्रामीणों में भालू का ऐसा भय बना रहा कि हमले के बाद हो-हल्ला मचाने के बाद पीड़ितों को बचाने गया एक ग्रामीण भालू के हमले से डरकर पेड़ पर चढ़ गया। भालू काफी देर तक पेड़ के नीचे उस ग्रामीण के नीचे उतरने का इंतजार करता रहा। घटना की खबर मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। देर रात वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद भालू को वहां से भगाने में सफलता प्राप्त की। घटना के बाद भालू के हमले के चार लोगों की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल व्याप्त है।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो, कलेक्टर कोरिया एसएन राठौर, एसपी चंद्रमोहन सिंह, डीएफओ कोरिया व आसपास के क्षेत्र के ग्रामीण जनप्रतिनिधि वहां पर पहुंचे और घटना की जानकारी लेकर संबंधित पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की। विधायक गुलाब कमरों ने घटना की खबर मिलने पर पहले अपने क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को घटनास्थल पर भेजा और उसके कुछ समय पश्चात विधायक गुलाब कमरों खुद भी घटनास्थल पर पहुंचे। साथ ही जानकारी लेकर पीड़ित परिवार को ढाढस बंधाया। विधायक गुलाब कमरों ने घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाते हुए वन विभाग को तत्काल मुआवजा बना कर देने व जिला प्रशासन को घायलों के बेहतर उपचार कराए जाने का निर्देश दिया। समाचार लिखे जाने तक घटनास्थल पर विधायक व अधिकारी डटे हुयेे थे व देर रात रेस्क्यू कार्य समाप्त हो चुका था। घायलों को उपचार हेतु जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर भेजे जाने के बाद मौक़े से बरामद चारों शव को पीएम हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद सोनहत रवाना कर दिया गया।
आक्रामक मादा भालू को शूट करने हेतु अधिकारियों में नही बनी आम राय…
जानकारी के अनुसार मादा भालू के आक्रामक होने व स्थिति बिगड़ती देख मौके पर उपस्थित ज़िले के प्रशासनिक अधिकारियों ने भालू को शूट करने के सम्बंध में भी रणनीति बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन बाद में उन्होंने अन्य विकल्पों पर विचार किया। बताया जाता है कि कोरिया डीएफओ व वाईल्ड लाइफ के प्रमुख अधिकारी ने आपस में बातचीत करने के बाद भालू को शूट करने के निर्णय पर असहमति जताते हुए स्थिति को अन्य दूसरे तरीके से काबू में करने पर जोर दिया। जिसके बाद पुलिस व वन विभाग की टीम ने अधिकारियों की उपस्थिति में अपने तरीक़े से रेस्क्यू कार्य को अंजाम दिया। बाद में भालू के दो शावक देखे जाने की पुष्टि हुई है। रेस्क्यू कार्य के दौरान देेर रात सरगुजा वन वृत के मुख्य वन सरंक्षक अनुराग श्रीवास्तव भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। जिन्होंने विभागीय अमले से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
Kamlesh Sharma is a well-known Journalist, Editor @http://thedonnews.com/ Cont.No.- 8871123800, Email – Ks68709@gmail.com