कोरियाहमर जिला

मनेंद्रगढ़ उपजेल परिसर में कोरोना विस्फोट, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या… 2 जेलप्रहरी व परिजन तथा 1 बन्दी समेत 8 पाजेटिव्ह मिलने की ख़बर…

मनेंद्रगढ़ उपजेल परिसर में कोरोना विस्फोट, लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या…

2 जेलप्रहरी व परिजन तथा 1 बन्दी समेत 8 पाजेटिव्ह मिलने की ख़बर…

कमलेश शर्मा-कोरिया

प्रशासनिक उदासीनता व आम जनता की लापरवाही से कोरिया जिले में कोविड-19 की स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होती जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों का पालन ना होने से कोरोना का संक्रमण जिले में तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को करोना ने विस्फोटक रूप लेते हुए मनेंद्रगढ़ जेल परिसर में अपना असर दिखाया। मनेन्द्रगढ़ उप जेल परिसर में दो जेल प्रहरी व उनके परिवार तथा एक बन्दी सहित 8 कोरोना पॉजिटिव मिलने की ख़बर हैं। जिससे जेल परिसर में हड़कम्प मच गया। गुरुवार को 8 कोरोना पाजेटिव्ह मिलने की ख़बर से प्रशासन व स्वास्थ्य अमले के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में जेल परिसर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अमले के द्वारा जेल स्टाफ व जेल में निरुद्ध बंदियों सहित 190 लोगों की जांच की गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद अभी और मरीज मिलने की संभावना है। सभी मरीजो को केविड केयर हास्पिटल बैकुंठपुर ले जाने की तैयारी की जा रही है।

विदित हो कि कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ उप जेल में कार्यरत एक जेल कर्मी को सर्दी-खांसी की शिकायत होने के कारण उसका कोरोना का टेस्ट कराया गया। जिसके बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर हड़कंप मच गया है। जेलकर्मी के संपर्क में आये लोगों की जांच के बाद कुल 2 जेल प्रहरी उनका परिवार व एक बन्दी सहित 8 लोग पाजेटिव्ह मिलने की ख़बर हैं। बताया रहा है कि उक्त जेल कर्मचारियों व उनके परिजन एवं बन्दी को उपचार के लिए तत्काल कोविड-19 सेंटर कंचनपुर (बैकुंठपुर) भेज दिया गया है। वहीं मेडिकल टीम भी जेल प्रहरी के संपर्क में आए लोगों की सूची बनाकर उन्हें क्वारंटाइन करने की तैयारी में जुट गई है। जानकारी के अनुसार सबसे पहले पाजेटिव्ह मिले उक्त जेल कर्मी की ट्रेवल हिस्ट्री अंबिकापुर बताई जा रही है। वही प्रहरियों के शहर में भी घूमने की बात कही जा रही है, जिससे शहरवासी सहमे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले में नियमों की अनदेखी व लापरवाही के चलते संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरिया जिले के 5 ब्लॉक में से 3 ब्लॉक बैकुंठपुर, मनेंद्रगढ़, खड़गंवा और नगर निगम चिरमिरी का क्षेत्र रेड जोन में है। वहीं भरतपुर व सोनहत ऑरेंज जोन में है। इसके बावजूद जिले में आम जनता के द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। इसमें कहीं ना कहीं प्रशासनिक लापरवाही भी सामने आ रही है। हालांकि प्रशासन द्वारा बीच बीच में खानापूर्ति की तर्ज पर कार्रवाई जरूर की जा रही है। किंतु नतीजा ढाक के तीन पात ही है।

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